नमस्कार
आभार औम .प्रकाश जोशी
ब्लॉग्गिंग जगत के सभी साथियों और पाठकों को अपनी माटी ब्लॉग के सभी सहयोगियों की तरफ से इस ऋतु की बहुत सी शुभकामनाएं,आज से हम ''काव्योत्सव'' आरम्भ कर रहें है.आशा करते हैं कि आपका पूरा पूरा सहयोग मिलता रहेगा. हमें अभी तक मिली रचनाओं के लिए सबसे पहले आप सभी रचनाकारों का बहुत सा आभार कि आपने इस आयोजन को सकारात्मक लेते हुए इसे आगे बढाया है.सभी प्राप्त रचनाओं को हम यहाँ अपनी माटी ब्लॉग पर एक जून से रोजाना एक रचना के हिसाब से छाप रहें हैं.आशा करते हैं कि आप यहाँ पधारकर रचनाकारों की होंसला अफजाई करने हेतु उन्हें अपनी टिप्पणियों के बहाने याद करेंगे. या संबधित विषय पर अपने विचार रखकर माहौल बनायेंगे.
आभार औम .प्रकाश जोशी
2 comments:
अच्छा है ,,,,,,ख़ुशी हुई
मानिक !आज इस ब्लोग पर जाने कैसे पहुँच गई,तुमने बताया ही नही कभी इसके बारे में. अच्छा लगा इसे देख ,पढ़ कर.इन बच्चों से मेरा भी कई बार मिलना हुआ है.सही स्थिति समाज के सामने रखो.कभी अकेले में इनसे बात करो.मैं कर लेती हूँ सांकेतिक भाषा में या जो बोल लेते है उन बच्चों की मदद ले लेती हूँ.
जो रूप या छात्र दिखाए जाते हैं उनसे अलग बहुत कुछ इनके साथ होता है,इनके इर्द गिर्द के लोग इतने सम्वेदनशील नही.बस इतना समझ लो.
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